मित्रो,
'कोलाब्रेसन' आजकल सर्वत्र विद्यमान है. व्यापार में, उद्योग में, राजनीति में, पार्टियों में, 'यत्र तत्र सर्वत्र' है 'कोलाब्रेसन'. यदि कहीं कम दिखता है, तो शायद 'मित्रता' में. बीमार 'सरकारी उपक्रमों' के 'मोडिफिकेसन' में यह प्राय: देखा जाता है. 'एयर इंडिया' आदि देर, सवेर इसकी 'जद' में पहुँचने वाले है. जब इसके "व्हाई दिस कोलाबेरी- कोलाबेरी" की तरह फैलने के आसार दिख रहे हैं, तो कुछ 'टूटे फूटे' से उदगार निकलते हैं --
व्हाई दिस कोलाब्रेसन, व्हाई दिस कोलाब्रेसन.
देशी 'फर्म' या बिदेशी में,
फॉर 'बैटर फार्मेसन'-?
ऑर, फॉर - ‘सेल्फ फंड ज़नरेसन'
व्हाई दिस, कोलाब्रेसन, व्हाई दिस कोलाब्रेसन,
'देश' में हो या प्रदेश में ,
ईस्ट में या वेस्ट यू.पी. में,
फार 'बैटर' स्तेव्लाइज़ेसन ?
ऑर, फार – ‘सेल्फ ओर्गनाइज़ेसन’.
व्हाई दिस, कोलाब्रेसन, व्हाई दिस कोलाब्रेसन,
पार्टी में हो या 'संगठन' में,
कमेटियों में, या नियमों में,
फॉर - बैटर परफार्मेसन ?
ऑर फॉर - 'सेल्फ ज़नरेसन'.
ऑर , इट फॉर द 'नेसन',
इट सुड बी 'फॉर द नेसन' - 'फॉर द नेसन'
Kya baat hai....
जवाब देंहटाएंDevdatt
sundar, achha likhaa- lage raho.
जवाब देंहटाएंवाह!!
जवाब देंहटाएंमजेदार....
हर जगह है कोलावेरी..... कोलावेरी......
'बेनामी'जी , देवू जी , अतुल जी धन्यवाद.
जवाब देंहटाएंमजेदार:)
जवाब देंहटाएंबढ़िया है.... यहाँ देश की किसे पड़ी है...सब अपने फायदे साधने में जुटे हैं......
जवाब देंहटाएंसुनील जी ,धन्यवाद .
जवाब देंहटाएंACHHA LGA .... VIDHA KUCHH HT KE HAI MAGAR MAJEDAR...ABHAR.
जवाब देंहटाएंडा. मोनिकाजी , नवीन जी, साभार धन्यवाद.
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